भोपाल. कलियासोत
रोड। शनिवार सुबह 6 बजे। मदर बुल फार्म प्रभारी अनिल सेठ की पत्नी मंजुल
सेठ यहां
मॉर्निंग वॉक कर रही थीं। यहां हनुमान मंदिर के पास पहुंची ही थीं
कि अचानक बाघ झाड़ियों से निकलकर उनके सामने आ गया। दहशत के कारण श्रीमती
सेठ की हालत खराब हो गई। कुछ सेकंड तक वे वहीं जड़ हो गईं। फिर कुछ हिम्मत
करके उल्टे कदमों से पीछे हटने लगीं। उन्होंने बाघ को पीठ नहीं दिखाई और
धीरे-धीरे पीछे की ओर चलती रहीं।
इसी बीच केरवा की ओर से कार में आ रहे तीन युवकोंं ने उन्हें बाघ के
सामने देखा तो खींचकर कार में बैठा लिया। कार पीछे ली आैर उन्हें घर छोड़ा।
महिला के पति और ग्रामीणों ने वन विभाग को इस घटना सूचना दी। इसके बाद
गश्ती दल ने मौके पर पहुंच गया। भोपाल वन मंडल के प्रभारी रवींद्र सक्सेना
ने घटना की पुष्टि की है और स्थानीय लोगों को बाघ के इलाके में माॅर्निंग
और इवनिंग वॉक न करने की सलाह दी है।
मंजुल सेठ ने बताया कि वे रोज की तरह ही सुबह 5:30 बजे उठकर फार्म से
कलियासोत की ओर मॉर्निंग वॉक पर जा रही थीं तब बाघ से सामना हो गया।
श्रीमती सेठ कहती हैं, कुछ सेकंड के लिए बेहद घबरा गई थी, लेकिन फिर भास्कर
में प्रकाशित सलाह याद आ गई तो हिम्मत जुटा ली। उन्होंने बताया कि पहले मन
हुआ कि झाड़ियों में छिप जाएं फिर याद आया कि कहीं बाघ उन्हें जानवर न समझ
ले इसलिए बिना मुड़े धीरे-धीरे पीछे चलना शुरू कर दिया। मंजुल के पति अनिल
सेठ ने बताया कि सूचना के बाद मौके पर डीएफओ रवींद्र सक्सेना और उड़नदस्ता
के प्रभारी आर पी शुक्ला पहुंच गए।
रोड पर लगाई जा रही चेन-लिंक फेंसिंग का विरोध
मेंडोरा, मिंडोरी सहित बाघ मूवमेंट इलाके में रहने वाले निवासी बाघ से
सुरक्षा के लिए रोड पर की जा रही चेन-लिंक फेसिंग के तरीके का विरोध कर
रहे हैं। उनका कहना है कि रोड और उससे सटी सड़क को छोड़कर फेंसिंग की जाए।
रोड पर की जा रही फेंसिंग कुछ ही दिनों में उखड़ जाएगी।
यहां न करे मॉर्निंग वॉक
डीएफओ रवींद्र सक्सेना का कहना है कि ग्रामीण और कॉलोनीवासी वाल्मी से
लेकर केरवा तक बाघ विचरण क्षेत्र में मॉर्निंग-इवनिंग वॉक न करें। इससे
उनकी जान को खतरा हो सकता है। ग्रुप में चलें। बाघ के सामने आने पर भागें
नहीं। हाथ उठाकर शोर करें जिससे बाघ राह छोड़ दे। बाघ मूवमेंट इलाके में
लोग पैदल न चलें। वाहन का उपयोग करें।
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