भोपाल की उखड़ी सड़कों से नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को अफसरों से जमकर नाराजगी जताई। उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि कोई न कोई बहाना बनाकर टालमटोल की जाती है। सड़कों के सुधार के लिए भोपाल में कोई एक एजेंसी तय की जानी चाहिए। सीपीए (कैपिटल प्रोजेक्ट एडमिनिस्ट्रेशन) के काम पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि सीपीए आज से अभी से तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को इस पर अमल के निर्देश दिए हैं।
दरअसल सीएम चौहान ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही भोपाल की खस्ताहाल सड़कों और इनके मेंटेनेंस व नवीनीकरण पर हो रहे करोड़ों के खर्च को गंभीरता से लिया था और इसको लेकर शुक्रवार की शाम को पीडब्ल्यूडी, नगरीय विकास और आवास, सीपीए के अफसरों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई, नगरीय विकास प्रमुख सचिव मनीष सिंह, भोपाल संभाग आयुक्त कवींद्र कियावत और कलेक्टर अविनाश लवानिया व नगर निगम भोपाल के अफसर भी मौजूद थे। सीएम चौहान ने सड़कों को लेकर कहा कि आपस में कोई तालमेल है या नहीं है या सड़कों के गड्ढे ही गिनते रहेंगे। उन्होंने सवाल किया तो अफसरों की ओर से यह कहा गया कि यहां 4 एजेंसी काम कर रही हैं। इस पर सीएम नाराज हुए और कहा कि 4 एजेंसी काम क्यों कर रही है ? कोई एक या दो एजेंसी तय की जाए। भोपाल की सड़कों के गड्ढों को लेकर अधिकारियों को उन्होंने कहा कि मुझे कोई एक्सक्यूज नहीं चाहिए, गड्ढे खत्म करें। सीएम शिवराज ने राजधानी की सड़कों की दशा से नाराज होकर कहा कि परंपरा बदल दो, आज तत्काल प्रभाव से सीपीए समाप्त, कोई सीपीए की जरूरत नहीं है।
नगर निगम के पास 710 कि.मी. मुख्य मार्ग
नगर निगम भोपाल के पास नगर के 710 किलोमीटर मुख्य मार्ग हैं। इसके अलावा आंतरिक मार्ग हैं। लोक निर्माण विभाग के पास कुल 400 किलोमीटर मार्ग हैं, जिनमें 13 प्रमुख मार्ग और 25 कॉलोनियों के मार्ग हैं। भोपाल नगर में राजधानी परियोजना प्रशासन के पास कुल 92.5 किलोमीटर लंबाई के मार्ग हैं। वर्तमान में कोलार रोड क्षेत्र में पाइप लाइन और सीवरेज का कार्य चलने से मार्गों की हालत अधिक खराब है।

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