भोपाल
भाजपा समाज के छोटे-छोटे तबकों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए अब नई कार्ययोजना के साथ काम करेगी। इसके लिए पार्टी के नेता, पदाधिकारी छोटे समाज के लोगों के बीच समरस भाव से मिलकर उस समाज के ऐसे लोगों की पहचान करेंगे जो देश के लिए बलिदान देने में पीछे नहीं रहे हैं और उनका नाम कहीं चर्चा में नहीं रहता। ऐसे बलिदानियों की पहचान के साथ पार्टी का फोकस इस बात पर रहेगा कि समाज के स्वाभिमान को बनाए रखने में कहीं कोई चूक नहीं हो जाए। ये छोटे समाज अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग में आने वाली विभिन्न जातियों से जुड़े हैं।
राजगढ़ में हुई भाजपा पदाधिकारियों की बैठक के बाद भाजपा ने इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है। सभी पदाधिकारी और मोर्चा व प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व संयोजक इस बात को ध्यान में रखकर अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। संगठन ने कहा है कि अलग-अलग समाज के लोगों को जोड़ने के साथ उनके स्वाभिमान का सम्मान करना वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारी की जिम्मेदारी है।
इसलिए जरूरी है स्वाभिमान का सम्मान
राजगढ़ की बैठक में यह मसला तब उठा था जब पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने कहा कि हमारी मौलिक पूंजी राष्ट्रवाद है। जब कश्मीर मुद्दा नहीं था तब भी पार्टी कश्मीर की बात करती थी। इसलिए हमें समाज के मामले में भी इसी थीम पर काम करना होगा और आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले 1857 और उसके बाद के समाज के बलिदानियों की पहचान करना होगी।
पदाधिकारियों, व्यवस्था पर यह भी सवाल
राजगढ़ की बैठक में यह मुद्दा भी उठा कि 15 साल से अधिक समय तक निकायों में भाजपा की सत्ता रहने के बाद भी लोग फुटपाथ पर क्यों सो रहे हैं? सड़कों पर गौ माता क्यों भटक रही हैं? ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं जो हमें निराकृत करना है। राव ने इसी बैठक में यह भी कहा कि भाजपा आंदोलनकारी पार्टी नहीं सामाजिक परिवर्तन लाने वाली सेवा करने वाली पार्टी है।
दस सितम्बर तक मोर्चा कार्यसमिति घोषित करनी होगी
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने मोर्चा अध्यक्षों की घोषणा के बाद अब तक कार्यसमिति घोषित नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई है। भगत ने मोर्चा अध्यक्षों से यहां तक कहा है कि अगर दस सितम्बर तक मोर्चा अध्यक्ष की ओर से कार्यसमिति की घोषणा नहीं हुई तो प्रदेश संगठन की ओर से घोषणा कर दी जाएगी। हालांकि पूर्व में इसके लिए 15 सितम्बर की डेडलाइन तय की गई थी।
11 से 13 सितम्बर तक होंगी बैठकें
संगठन ने तय किया है कि सभी मोर्चा अध्यक्ष व जिलों के प्रभारी 11 सितम्बर को संभाग, 12 सितम्बर को जिला और 13 सितम्बर को मंडल स्तर पर बैठकें करेंगे। इन बैठकों में पार्टी के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की रणनीति और मोर्चा कार्यकारिणी के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा।
