भोपाल
राज्य सरकार ने शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार 2021 की घोषणा की है। विभिन्न जिलों के 28 शिक्षकों का चयन राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए किया गया है। इन शिक्षकों को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र और सम्मान निधि के रूप में 25 हज़ार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए प्रदेश के शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे। ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों में से जिला चयन समिति की अनुशंसा पर राज्य स्तरीय चयन समिति ने राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षकों का चयन किया है।
राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए चयनित इंदौर की प्राचार्य पूजा सक्सेना, उज्जैन की डॉ. चित्ररेखा जैन, राजगढ़ की व्याख्याता बबीता मिश्रा, दमोह के अजय कुमार सिंघई, डिंडोरी के उच्चतर माध्यमिक शिक्षक प्रशांत कुमार साहू, बालाघाट के शिक्षक गौरीशंकर पटले, बड़वानी के अनिल प्रबोध मिश्रा, बैतूल की ममता गोहर, भोपाल की सुश्री वंदना पांडे, छतरपुर के सचिन कुमार द्विवेदी, छिंदवाड़ा की भावना शर्मा, धार के बालकृष्ण शुक्ला, गुना की डॉ. सारिका जैन, मंदसौर के पंकज कुमार गुप्ता, मुरैना के उमेश कुमार तिवारी, नरसिंहपुर के सुशील कुमार शर्मा, रतलाम की सीमा अग्निहोत्री, सीहोर के संजय सक्सेना, सिवनी के अविनाश पाठक, शहडोल की डॉ निधि शुक्ला, शाजापुर के आशीष जोशी, टीकमगढ़ के शफी मोहम्मद, राजगढ़ के मोहन विश्वकर्मा, रमाकांत पांडे, भिंड के माध्यमिक शिक्षक मोहम्मद शकील, मंडला के अखिलेश उपाध्याय, देवास के महेश कुमार सोनी और नीमच के निर्मल राठौर शामिल है। पूर्व में जारी की गई सूची में 29 नाम थे और इनमें एक ऐसे शिक्षक थे, जो पूर्व में सम्मानित हो चुके थे, 29 की सूची में से एक का नाम बाद में हटा दिया गया है।
जारी की गई सूची में 20 साल पहले राज्यपाल से राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान पा चुके होशंगाबाद के शिक्षक मुकेश कुमार मालवीय को दोबारा चयनित किया गया।शिक्षक के स्कूल नाम में भी त्रृटि हुई। उन्हें अशासकीय ज्ञानोदय आवासीय स्कूल का शिक्षक बताया गया है, जबकि वे आदिवासी विभाग के शासकीय स्कूल में हैं। शिक्षक सम्मान में यह दो बड़ी त्रुटि विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।
