भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ सूखे का संकट है। मैं मानता हूं कि चुनौती के समय ही नेतृत्व की परीक्षा होती है। मन में यही संकल्प है कि आपको कोरोना के बाद आई बाढ़ और सूखे के संकट से भी निकालकर बाहर ले जाएंगे। जनता की जिंदगी की गाड़ी पटरी पर रहे, इसके लिए हरसंभव सहायता देने का प्रयास किया। आपके खाते में सीधे सहायता राशि डाली गई है, किसी पात्र का नाम छूट गया है तो वे अपनी बात रखें। पूरी संवेदनशीलता से सरकार उस पर पुन: विचार करेगी।
सीएम चौहान ने ये बातें ग्वालियर चंबल संभाग और विदिशा जिले में आई बाढ़ के प्रभावितों को आर्थिक सहायता देने के बाद कही। सिंगल क्लिक से राशि ट्रांसफर करने के बाद सीएम चौहान ने कहा कि बाढ़ से जितना नुकसान जनता को हुआ है, उससे उनकी जिÞंदगी प्रभावित न हो, इसके लिए हमने उन्हें राहत दी है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है। कोई गड़बड़ी करने वाला बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सहयोग और मार्गदर्शन में प्रशासन जनता की सेवा करे और क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी राहत के कार्य की मॉनिटरिंग करे। मेरा सभी से यह भी अनुरोध है कि जिन्होंने वैक्सीन न लगवाई हो, वे वैक्सीन जरूर लगवा लें। कई महाभियान हमने चलाये। 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर फिर वैक्सीनेशन महाभियान चलेगा। जहां-जहां लोग रह गए हों, वहां और ग्वालियर-चंबल संभाग एवं विदिशा जिले में पहला डोज 30 सितम्बर तक पूरा हो जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग एक लाख 27 हजार बाढ़ पीड़ितों के खातों में लगभग 110 करोड़ रुपए हम डाल चुके हैं। बाकी सामाजिक संस्थाओं से मिली सहायता अलग है। फसल के नुकसान के पैसे अलग से आरबीसी 6 (4) के अंतर्गत आएंगे। कोशिश यह थी कि संकट के समय अपनी जनता को कोई परेशानी न हो।
