भोपाल
गुना में शिकारियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिस कर्मियों के मामले में घटना स्थल पर देरी से पहुंचने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर आईजी अनिल शर्मा को हटा दिया है। उधर यह भी माना जा रहा है कि एसपी पर भी गाज गिर सकती है।
सीएम शिवराज ने कहा कि हमारे पुलिस के मित्रों ने शिकारियों का मुकाबला करते हुए शहादत दी है।
अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। अपराधियों की लगभग पहचान हो गई है, जांच पूरी चल रही है। घटना स्थल के पास के गांव में एक शव भी बरामद हुआ है जिसमें गोली लगने से मौत हुई है। इस घटना की पूरी जांच हो रही है। पुलिस फोर्स भेजा गया है। अपराधी किसी भी कीमत पर बचेंगे नहीं।
उन्होंने कहा कि बदमाशों पर कार्यवाही उदाहरण बनेगी। इस घटना में शहादत देने वाले हमारे तीनों पुलिस के साथी भाई राजकुमार जाटव, धीरज भार्गव और सिपाही संतराम की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी।
इन्होंने अपनी कर्तव्य की बल बेदी पर अपने आप को न्योछावर किया है। वो शिकारियों को रोकने खड़े थे।
ये कल्पना नहीं थी कि अचानक ऐसे गोली चलेगी लेकिन उन्होंने शहादत दी हैं और उन्होंने भी गोली चलाई।
इसलिए मैं उनकी शहादत का सम्मान करता हूं। शहीद का दर्जा देंगे और एक- एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि उनके परिवार को दी जाएगी। परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा, पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर घटना के बाद पहुंचने में देरी करने पर, मैंने ग्वालियर के आईजी को तत्काल हटाने का फैसला किया है।
फारेस्ट अफ़सर पर भी होगी कार्रवाई
उधर गुना शिकार मामले में लापरवाह फॉरेस्ट ऑफिसर पर भी गाज गिरेगी। वाइल्डलाइफ पीसीसीएफ जसवीर सिंह चौहान ने कहा कि फॉरेस्ट विभाग अपने स्तर पर घटना की जांच करेगा।
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