भोपाल
विदिशा जिले के लटेरी में वन विभाग के गश्ती दल द्वारा की गई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस घटना के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। मृतक के परिजनों को बीस लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों का इलाज सरकार की ओर से कराया जाएगा। घायलों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। मिश्रा ने कहा कि इस घटना के मामले में संबंधित अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है और एफआईआर दर्ज की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि जब देश आजादी की हीरक जयंती मना रहा है तब शिवराज सरकार आदिवासियों के दमन और उत्पीड़न की अपने अभियान में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि लटेरी में देर रात को वन विभाग की टीम जंगल में गश्त कर रही थी। इसी दौरान वरवटपुरा के पास बाइक सवार लकड़ी चुराकर ले जा रहे थे। वन विभाग की टीम ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वह नहीं रुके। इस पर वन विभाग के गश्ती दल ने फायरिंग कर दी। गोली एक युवक को लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना में तीन अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
घायलों के साथी राजेंद्र सिंह ने बताया कि हम 8 लोग लकड़ी काटने जंगल गए थे। यहां से बाइक पर लकड़ी लेकर लौट रहे थे। खट्टेपुरा गांव के पास हमें वन विभाग की टीम दिखाई दी। हम गाड़ी पर ही बैठे थे कि वे हमारे पास आ गए। आते ही उन्होंने फायरिंग कर दी। गोली लगने से चैन सिंह की मौके पर ही माैत हो गई। भगवान सिंह और महेंद्र सिंह भागे तो उधर से दूसरी गोली दाग दी गई, जिससे वे वहीं पर गिर गए। इसके बाद रोड सिंह को भी गोली मारकर घायल कर दिया। इसके बाद मैं मार दिया.... मार दिया... चिल्लाते हुए दौड़ा तो फॉरेस्ट वाले गाड़ी मोड़कर भाग निकले।