भोपाल
प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बारिश का दौर तेज हो गया है। इसके चलते कई जिलों में जलभराव की स्थिति बनी है। 24 घंटे में भारी बारिश की स्थिति को देखते हुए भोपाल, जबलपुर, पन्ना, सागर, उमरिया, मण्डला, डिंडोरी जिलों के कलेक्टरों ने अपने यहां पहली से 12वीं क्लास तक के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। उमरिया जिले में एक जवान स्टॉपडेम में नहाते समय बह गया जिसका 24 घंटे बाद ही पता नहीं चला है।
जिन जिले में लगातार बारिश के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा की दृष्टि में जिले में संचालित समस्त शासकीय/अशासकीय/ नवोदय/ सीबीएसई/आईसीएससी एवं मदरसे से संबंधित समस्त प्राथमिक/माध्यमिक/हाई स्कूल/ हाई सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों की 22 अगस्त 2022 के लिए अवकाश घोषित हुआ है, वहां शिक्षकों के लिए कोई अवकाश जारी नहीं हुआ है।
उधर राजगढ़ के ब्यावरा में लगातार बारिश से हालात बिगड़े नजर आए। शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। जिसके बाद नगर निगम, पुलिस और प्रशासन समेत अन्य टीमों ने रेस्क्यू अभियान चलाया। रविवार तक करीब 25-30 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। नर्मदापुरम में तवा के कैचमेंट एरिया पचमढ़ी और बैतूल में बारिश के चलते तवा डैम के गेट खोलने पड़े। शनिवार रात 11 बजे से डैम के 3 गेट 3 फीट तक खोले गए थे, जिनकी संख्या बढ़ाकर अब 5 कर दी गई है। सभी पांच गेटों को 7-7 फीट तक खोला गया है। डैम के गेटों से 57,500 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। वर्तमान में डैम का जलस्तर 1162.10 फीट है। इसके साथ ही बरगी डैम के 11 गेट आधा मीटर तक खुले हैं, जिससे 15,736 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। सतना जिले के मैहर में हो रही रुक-रुक के बारिश के चलते वार्ड क्रमांक 10 खटोला टोला में दो मकान धराशायी हो गये। बकिया बराज के 14 गेट खुले और टमस का जल स्तर खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे है। चित्रकूट में मन्दाकिनी नदी उफान पर हैं।
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