भोपाल
डिंडोरी जिला पंचायत और जनपद पंचायत में मिली हार के बाद अब भाजपा में भितरघात का मामला भोपाल तक पहुंच गया है। डिंडोरी जिले के भाजपा नेताओं का एक दल मंगलवार को जिला अध्यक्ष, जिला महामंत्री समेत अन्य नेताओं के विरुद्ध शिकायत लेकर प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के पास पहुंचा और पार्टी की हार के लिए काम करने वाले जिला पदाधिकारियों को निष्कासित कर नए लोगों की जिम्मेदारी सौंपने की मांग की। जिला पंचायत सदस्य ज्योति धुर्वे के साथ आये शिकायतकर्ताओं का कहना है कि अगर संगठन ने भितरघात करने वालों पर कार्यवाही नहीं की तो नगर परिषद के चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ सकता है।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात के दौरान डिंडोरी से आए दो दर्जन से अधिक जिला पंचायत सदस्यों, पूर्व सदस्यों, मंडल अध्यक्षों, जिला पदाधिकारियों ने कहा कि डिंडोरी जिला पंचायत में छह सदस्य साफ तौर पर बीजेपी समर्थित थे और यहां बीजेपी का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय था लेकिन जिला अध्यक्ष डिंडोरी नरेंद्र राजपूत और जिला महामंत्री ने मिलीभगत कर कांग्रेस के पक्ष में वोट डलवा दिए। इससे बीजेपी समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी हार गया। इसके वीडियो और अन्य सबूत भी इनके द्वारा संगठन को सौंपे गए और कहा गया कि वर्तमान जिला अध्यक्ष को तत्काल पद से हटाया जाए। इन शिकायत करने वाले नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष शर्मा से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी इसकी शिकायत की है। साथ ही प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से शिकायत कर कार्यवाही के लिए कहा है।
मंडला के मामले पर भी चर्चा
सूत्रों का कहना है कि इनके द्वारा मंडला जिले में भी गोंडवाना समर्थक को जिला उपाध्यक्ष बनवाने के मामले में चर्चा की। यहां केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते अपने रिश्तेदार को गोंडवाना से समर्थन के जरिये अध्यक्ष बनाने में सफल हुए लेकिन उपाध्यक्ष का पद गोंडवाना पार्टी को सौंपा है। बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री ओपी धुर्वे भी यहां से अपने करीबी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना चाहते थे लेकिन दोनों के बीच समन्वय की कमी के चलते यह स्थिति निर्मित हुई है।