भोपाल
रीवा जिले से भाजपा विधायक द्वारा भुगतान कराने को लेकर सिरमौर जनपद सीईओ हुई बहस और गाली गलौज का ऑडियो वायरल होने के बाद अब सीईओ पर हमले का मामला सामने आया है। सीईओ के साथ मारपीट कर उनके वाहन में भी तोड़फोड़ की गई है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष ने हमलावरों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
मंगलवार को रीवा जिले के सिरमौर जनपद सीईओ के ऊपर हमला तब हुआ जब वे सिरमौर जनपद के क्षेत्र से मीटिंग के बाद लौट रहे थे। तभी ग्राम पुरवा के पास आधा दर्जन लोगों ने रोककर मारपीट की। बताया गया कि सीईओ एसके मिश्रा मूलरूप से सतना के धवारी के रहने वाले हैं। उनकी पदस्थापना छतरपुर और रीवा जिले में रही है। पहले वे लवकुश नगर फिर मऊगंज में तैनात रहे। इसके बाद फिर लवकुश नगर चले गए। पिछले एक साल से सिरमौर में पदस्थ हैं। गौरतलब है कि 3 दिन पहले मोबाइल पर बातचीत के दौरान एमएलए केपी त्रिपाठी के साथ सीईओ की तीखी बहस हुई थी। इसके वायरल ऑडियो में विधायक 3 दिन में सीईओ को देख लेने और सीईओ नहीं रह जाने के लिए धमका रहे थे। विधायक ने संवाद के दौरान कई बार अपने करीबी रोजगार सहायक, पंचायत सचिव का ध्यान नहीं रखने और उनके कहने के अनुसार पंचायतों के भुगतान नहीं करने के आरोप लगाए थे जिसे सीईओ ने सिरे से नकारा था। इस दौरान विधायक ने आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया था।
सिरमौर सीईओ के हमलावरों के खिलाफ दर्ज हो अपराधिक प्रकरण
मप्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सेमरिया के भाजपा विधायक की सिरमौर सीईओ से हुई बहस के आडियो वायरल होने के बाद सीईओ पर हुए प्राणघातक हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने हमलावरों पर अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। सिंह ने कहा है कि यह कितने दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा के विधायक पहले अफसर के साथ अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल करते हैं उसके बाद उस पर प्राणघातक हमला कराते हैं। सिंह ने कहा है कि इस घटना से यह सिद्ध हो गया है कि अपने काले पीले कारनामों को अंजाम देने के लिए भाजपा के नेता किस हद तक जा सकते हैं।