खंडवा में शुक्रवार को इंदौर लोकायुक्त की टीम ने PIU (परियोजना क्रियान्वयन एजेंसी) के अफसर को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा। उधर जबलपुर ईओडब्ल्यू की टीम ने बालाघाट जिले में पदस्थ बिजली कम्पनी के असिस्टेंट इंजीनियर के घर छापा मारकर करोड़ों की संपत्ति जब्त की है।
पहला मामला खंडवा के pwd दफ़्तर का है जहाँ PIU के कार्यपालन यंत्री पीयूष अग्रवाल को उनके दफ्तर से ही दबोचा गया। आरोपी इंजीनियर ने भवन निर्माण ठेकेदार से बिल पास कराने के नाम पर 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। रिश्वतखोर अग्रवाल को लेकर लोकायुक्त टीम पुलिस लाइन स्थित रेस्ट हाउस पर पहुंची जहां पर कार्रवाई की जा रही है। इंदौर लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल की टीम ने यह कार्रवाई की है। दरअसल नितिन मिश्रा, निवासी बाहेती कॉलोनी की कंसल्टेंसी फर्म है। उसके द्वारा खंडवा लोक निर्माण विभाग के पीआईयू का कंसल्टेंसी, डीपीआर तथा सुपरविज़न कार्य किया गया था, जिसका क़ि विभाग के पास 10 लाख का बिल पेंडिंग था, जिसके लिए आरोपी अफ़सर बिल का भुगतान नहीं कर रहा था। बिल के भुगतान के एवज में आरोपी द्वारा ₹ 50,000 की रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की गई। शिकायत की प्रथम दृष्टया पुष्टि होने पर आज लोकायुक्त इंदौर की टीम द्वारा पीआईयू कार्यालय खंडवा पहुँच कर आरोपी को 50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
बालाघाट में सहायक इंजीनियर पर कार्रवाई; 4 मकान, 13 प्लॉट के दस्तावेज मिले
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) जबलपुर ने शुक्रवार सुबह 6.30 बजे बालाघाट में MPEB के असिस्टेंट इंजीनियर दयाशंकर प्रजापति के घर छापामार कार्रवाई की। मामला आय से अधिक संपत्ति का है। एसपी देवेंद्र सिंह ने बताया कि अभी तक बालाघाट में 4 आलीशान मकान की जानकारी मिली है। इनका एरिया 2880 वर्ग फीट, 3360 वर्ग फीट, 2560 वर्ग फीट और 2560 वर्ग फीट है। वार्ड नंबर 2 में 2100-2100 वर्ग फीट के 2 प्लाट, ग्राम बूढ़ी में 5 प्लाट, ग्राम गायखुर्दी में 1 और बालाघाट 5 प्लॉट के दस्तावेज मिले हैं। वाहनों में एक कार और 3 मोटरसाइकिल मिली हैं। EOW की टीम अभी जांच कर रही है।