भोपाल
प्रदेश के हरदा, इंदौर और उज्जैन में लोकायुक्त पुलिस ने तीन अलग-अलग मामलों में रिश्वतखोर अफसरों, बाबुओं को ट्रेप किया है। हरदा में डीपीएम और इंदौर में बिजली कम्पनी का जेई दस-दस हजार की घूस लेते धराए हैं वहीं उज्जैन में एक बाबू को पांच हजार लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
डॉक्टर सुभाष जैन जिला क्षय अधिकारी हरदा ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त संगठन भोपाल को शिकायत की थी कि वह हरदा मे जिला क्षय अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर हरदा कृष्णकांत राजोरिया के द्वारा जिला क्षय कार्यालय के बिलों की फाइलों के सत्यापन करने एवं आगे बढ़ाने के लिए उनसे दस हजार रुपयों की रिश्वत की मांग की जा रही है। डॉक्टर सुभाष जैन रिश्वत न देकर कृष्णकांत राजोरिया के विरुद्ध कार्यवाही चाहते थे। शिकायत के सत्यापन उपरांत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त पुलिस संगठन के निर्देश पर मंगलवार को कृष्णकांत राजोरिया को सुभाष जैन से दस हजार की रिश्वत लेने पर रँगे हाथ पकड़कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की गई।
बिजली चोरी सेटलमेंट के लिए मांगे थे 40 हजार, दस हजार लेते ट्रेप
इंदौर में इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने विद्युत वितरण कम्पनी के कनिष्ठ यंत्री गयाप्रसाद वर्मा को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। वर्मा ने बिजली चोरी के प्रकरण में इंदौर डेली कॉलेज से सेटलमेंट के नाम पर 40 हजार की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद 10 हजार की पहली किस्त लेते हुए लोकायुक्त पुलिस के हाथों दबोचा गया। वह अपने चालक के माध्यम से रिश्वत ले रहा था। उधर एक अन्य मामले में उज्जैन में लोकयुक्त पुलिस उज्जैन ने ब्रजेश धाकड सहायक ग्रेड 3, शासकीय आयुर्वेदिक कालेज उज्जैन को 5000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
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