भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नशा नाश की जड़ है, इसको दादागीरी से बंद नहीं किया जा सकता है, इसके लिए लोगों को प्रेरित कर ही किया जा सकता है। यह गांधी का दर्शन है। गांधी दर्शन पर केवल विचार व्यक्त करने के स्थान पर उनके आदर्शों पर हम सभी चलें, तो राष्ट्र और समाज के नवनिर्माण में साझीदार हो सकते हैं। महात्मा गांधी कभी अन्याय के सामने झुके नहीं, साथ ही उनका मन इतना बड़ा था कि अन्याय करने वाले को भी अपना शत्रु नहीं मानते थे। बापू ने कहा था कि शराब शरीर और आत्मा दोनों का नाश करती है। नशा उन्नत समाज, समृद्ध प्रदेश और सशक्त देश के संकल्प की सिद्धि में बाधक है। इसलिए राज्य सरकार गांधी जयंती से नशामुक्ति अभियान शुरू कर रही है।
सीएम चौहान ने ये बातें राजधानी के रवीन्द्र भवन में आयोजित महात्मा गांधी सम्मान समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कार्यों और प्रयासों से भी गांधी के दर्शन के अलग-अलग पहलुओं को जमीन पर उतार सकते हैं। अभी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। बापू अहिंसा के पुजारी थे। इसको आगे बढ़ाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। चौहान ने कहा कि बापू के स्वच्छता जैसे प्रयासों को प्रधानमंत्री मोदी आगे बढ़ा रहे है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को स्मरण करते हुए कहा कि आज शास्त्री जयंती भी है। उन्होंने अपने प्रधानमंत्री के अल्पकाल में बड़े काम किए। अन्न के भंडार उनके कार्यकाल में भरे थे।