भोपाल
प्रदेश में अब सड़कों की खस्ताहाल स्थिति से सरकार की किरकिरी होने लगी है। सड़कें नहीं बनने से नाराज प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जूते-चप्पल त्याग दिए हैं। सड़कें नहीं बनने पर उन्होंने जनता से माफी भी मांगी। एक रहवासी समस्या सुनाने आया तो मंत्री उसके पैरों में झुक गए। तोमर ने गुरुवार को जूते-चप्पल पहनने छोड़ दिए और इसको लेकर ट्वीट भी किया है। उन्होंने सड़कें न बनवा पाने पर शहर की जनता से माफी भी मांगी है। तोमर ने कहा कि जब तक लक्ष्मण तलैया, गेंडेवाली सड़क और जेएएच की रोड चलने लायक नहीं बन जाएंगी, तब तक जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे।
3 महीने बिना जूते-चप्पल के रहना होगा
उधर ग्वालियर के अफसरों के अनुसार जिन सड़कों को बनवाने के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जूते-चप्पल त्यागे हैं, उनका काम जल्द पूरा होने की उम्मीद नहीं है। सड़कों के बारे में स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों का कहना है कि इनके बनने में कम से कम तीन महीने लगेंगे। गेंडेवाली सड़क पर अमृत योजना का काम पूरा करके दे दिया जाए तो दो महीने सड़क बनाने में लगेंगे। एक महीना अमृत योजना के कार्य का मान लिया जाए तो तीन महीने में यह सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। दूसरी ओर कांग्रेसनने मंत्री तोमर के इस फैसले को नौटंकी बताते हुए कहा है जब चुनाव आते हैं तो तोमर इस तरह की नौटंकी करते हैं। गौरतलब है कि इसके पहले भी ग्वालियर नगर निगम की सफाई स्वच्छता अभियान से नाराज होकर मंत्री तोमर जूते चप्पल पहनना छोड़ चुके हैं। कई महीनों बाद एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें जूते चप्पल पहनाए थे।
मंत्री भार्गव बोले, जल्द सड़क बनेगी, जूते चप्पल पहनाएंगे
लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव से जब इस मामले में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि मंत्री ने अगर चप्पल जूते छोड़े हैं तो जल्द ही सड़क भी बनाएंगे और उन्हें जूते चप्पल भी पहनाएंगे। मंत्री भार्गव ने यह बातें खंडवा प्रवास के दौरान मीडिया से चर्चा में कहीं।