सीधी जिले में हुये दर्दनाक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को उच्च स्तरीय इलाज के लिए सतना से एम्स दिल्ली के लिए 2 ईयर एंबुलेंस के जरिये एयरलिफ्ट किया गया। शुक्रवार रात्रि मोहनिया घाटी के पास हुए सड़क हादसे की सूचना जैसे ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्राप्त हुई वे तुरंत सतना से रवाना होकर घटनास्थल और मेडिकल कॉलेज रीवा पहुंचे थे और घायलों की कुशल क्षेम जानी थी।
उन्होंने प्रत्येक घायल मरीज से हाल-चाल जानने के बाद उन्हें आवश्यकता होने पर बेहतर और उच्च इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर बेहतर से बेहतर इलाज का भरोसा दिलाया था। वे लगातार प्रशासन के अमले से घायलों की इलाज की जानकारी लेते रहे और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत 2 मरीजों को एयरलिफ्ट कर शनिवार को एम्स दिल्ली भेजने की व्यवस्था के निर्देश दिए। आज तक हमने देखा था कि बड़े नेता या उद्योगपति एयर एम्बुलेंस से एयरलिफ्ट होकर बेहतर इलाज के लिए जाते रहे हैं लेकिन संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी जनता रूपी भगवान एक आम आदमी जिसको बेहतर इलाज की आवश्यकता थी उसे तुरंत एयरलिफ्ट कर दिल्ली में बेहतर इलाज के लिए भेजा। दुर्घटना हृदय विदारक थी पर जिस तरह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। घायलों का तुरंत उचित इलाज शुरू हुआ। प्रशासन का अमला भी पूरे मुस्तैदी से घायलों की सेवा में लग गया। जब प्रदेश का मुखिया घायलों के साथ खड़ा हो और लगातार घायलों की जानकारी ले रहा हो, ऐसा वाक्य पहले कभी दिखाई नहीं दिया। इससे पूर्व एक दूसरे प्रदेश में हुई घटना में भी मुख्यमंत्री तुरंत वहां पहुंचे थे जिसमें मध्य प्रदेश के लोग घायल हुए थे। यह सब सिद्ध करता है कि शिवराज सिंह चौहान अतिसंवेदनशील व्यक्ति हैं जो अपने प्रदेश की जनता को थोड़ा भी कष्ट में नहीं देख सकते। इस दुर्घटना में घायल एक मरीज को खजुराहो से मेदांता अस्पताल दिल्ली उचित इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से भेजा गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुर्घटना में घायल एवं अपनी जान गवाने वालों को तुरंत उचित मुआवजा भी घोषित किया। स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि समुचित इलाज की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की जाए और किसी भी तरह की कमी इन भर्ती मरीजों को न हो। इसकी चिंता की जाए और प्रशासन का अमला निरंतर वहां उपस्थित रहकर इनके बेहतर इलाज की व्यवस्था करें। यह एक भीषण हृदय विदारक दुर्घटना थी जिसमें जो सहायता हो सके, करना चाहिए पर इस दुर्घटना पर भी कांग्रेस के नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घायलों की चिंता कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। ऐसे संवेदनशील समय पर कंधे से कंधा मिलाकर घायलों को सुनिश्चित इलाज उपलब्ध हो सके और उनके परिवार को हर तरह की मदद प्राप्त हो सके। इसकी चिंता होना चाहिए पर लगता है कि कांग्रेस के नेता अपनी संवेदना खो चुके हैं। यह मध्य प्रदेश की जनता देख रही है। यूं ही मध्य प्रदेश की जनता शिवराज सिंह चौहान को संवेदनशील मुख्यमंत्री नहीं कहती है।
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