भोपाल
विधानसभा में कांग्रेस ने ओलावृष्टि के लिए सर्वे नहीं कराए जाने, तहसीलदारों के हड़ताल पर जाने और पेपर लीक से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ के आरोप लगाते हुए सदन में हंगामा कर वॉक आउट कर दिया।
विधानसभा में प्रश्नकाल खत्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने ओलावृष्टि और 12वीं के पेपर लीक होने का मामला उठाया। इसके बाद कांग्रेस के सभी विधायकों ने इस मामले में सरकार पर निष्क्रिय होने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ओले से फसलें चौपट हैं और सरकार चुप है। तहसीलदारों की हड़ताल को साजिश बताते हुए उन्होंने कहा कि मुआवजा नहीं देने के लिए ऐसा कराया जा रहा है। पेपर लीक होने से बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है। बच्चो को फीस वापिस हो। उन्होंने कहा कि इन दोनों ही मामलों को लेकर कांग्रेस वाकआउट करती है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये क्रोकोडाइल टियर हैं। ये अपनी राजनीति के लिए सदन का दुरुपयोग करते हैं। मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह आज तक एक किसान के पास नहीं गए। ये ढोंग और नकली आंसू हैं। हमारे विधायक, मंत्रीगण खुद ओलावृष्टि में खेतों और किसानों के बीच में गए हैं।
कर्ज माफ किया जाए किसानों का
विधायक जयवर्धन सिंह ने सदन के बाहर कहा कि किसान परेशान हैं, संकट में है लेकिन सरकार का कोई भी नुमाइंदा और मंत्री किसानों के बीच नहीं जा रहा है। न सर्वे का काम हो रहा है। हम मांग करेंगे कि किसानों का कर्ज माफ किया जाए और उन्हें उचित मुआवजा सरकार दे। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सर्वे कराया जा रहा है। जल्द राहत राशि भी दी जाएगी। प्रभारी मंत्री किसानों के बीच में जा रहे हैं। कांग्रेस सिर्फ हंगामा कर रही है।
खराब फसलें लेकर पहुंचे कुणाल
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई किसानों की फसलों को कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी विधानसभा लेकर पहुंचे। कुणाल चौधरी ने आरोप लगाया कि किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी है लेकिन सरकार किसी तरह की मदद किसानों की नहीं कर रही है। उन्होने कहा कि खराब हुई फसलों को लेकर 2 दिन का विशेष सत्र बुलाया जाए।