भोपाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को भाजपा सरकार के विरुद्ध 230 बिन्दुओं का आरोप पत्र जारी करते हुए कहा है कि अब कमलनाथ 2018 का मॉडल नहीं अब कमलनाथ 2023 का मॉडल है जो नए रूप में ही दिखाई देगा। अब जो भी घोटाले सामने आए हैं सरकार आने पर उनकी जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि अगले 3-4 महीनों में बीजेपी और भी घोटाले इनके सामने आएंगे।
भाजपा राज के समय हुए घोटालों की जांच पर नाथ ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि मेरी सरकार गिर जाएगी। ढाई महीने आचार संहिता लगी रही। मुझे विधायकों ने बताया था कि भाजपा विधायक खरीदने के प्रयास कर रही है। मैंने विधायकों से कहा था पैसे लो और मौज करो। नााथ ने कहा कि अपनी सरकार में मैं फर्जी तरह से इन्वेस्टर्स मीट नहीं करना चाहता था। मैं प्रदेश के चेहरे को विश्वास वाला बनाना चाहता था। बीजेपी की लिस्ट को लेकर उन्होंने आज कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
भ्रष्टाचार से हो रही एमपी की पहचान, महाकाल गौमाता तक को नहीं छोड़ा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि एमपी की पहचान भ्रष्टाचार से हो रही है। सीएम शिवराज अब शिवराज नहीं ठग राज हो गए। युवा, बुजुर्ग, किसान, कर्मचारियों, व्यापारियों सबको ठगा है। इनकी नीति नियत ठगने वाली है। यही कारण है कि मप्र में कोई निवेश नहीं आ रहा है। ऐसे में निवेश कैसे आएगा। निवेश को आर्कषित किया जाता है। नाथ ने कहा कि स्थिति यह है कि पैैसे देकर अपना नाम गरीबी रेखा में लिखवा लो। इन्होंने महाकाल, गौ माता तक को नहीं छोड़ा है। प्रदेश पर भ्रष्ट होने का लेवल लगा दिया है। नाथ ने कहा कि बेरोजगारी समस्या सबसे बड़ी है। लोग कहते हंै कि पैसा दो, काम करवाओ, ये प्रदेश की तस्वीर है। प्रदेश की जनता के लिए ये कोई नई जानकारी नहीं है।
वल्लभ भवन में लगे हैं कैमरे, क्यों नहीं की कार्यवाही
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा की शिवराज सरकार के विरुद्ध आरोप पत्र जारी कर कहा कि रोज हजारों लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं। ये लोग टिकट के लिए नहीं बल्कि अपनी समस्याओं को लेकर मिलने आ रहे हैं। वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बताने के बीजेपी के आरोप पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि 40 साल की राजनीति में मुझ पर कोई आरोप नहीं लगा। वल्लभ भवन में कैमरे लगे हैं, यदि दलाल वाला इनका आरोप सही होता तो इतनी सरकार चलाई, कोई कार्यवाही करते।
विधानसभा की जानकारी के आधार पर आरोप पत्र
आरोप पत्र के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 18 साल से एमपी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। उन्होंने कर्ज में मप्र को डूबा दिया है। यह आरोप पत्र तथ्यों पर विधानसभा में उपलब्ध जानकारी के आधार पर जारी किया गया है। पारस सखलेचा ने बहुत मेहनत कर इस आरोप पत्र को जारी किया है।
