देश में कांग्रेस और विपक्ष का हर नेता आजकल मणिपुर पर बात करता हुआ दिखाई देता है, पर कांग्रेस शासित राजस्थान में एक अबला नारी को निर्वस्त्र कर कई किलोमीटर घुमाया और लगातार पीटा गया, उसकी करुणामयी चीत्कार किसी को सुनाई नहीं दी। लोग हँस रहे थे, साथ ही वीडियो बना रहे थे, मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना कांग्रेस शासित राजस्थान में हो रही है। मणिपुर की घटना पर पूरा विपक्ष छाती पीट रहा था। साथ ही कई बुद्धिजीवी चैनलों पर बैठकर लगातार मणिपुर पर चर्चा कर रहे थे, मणिपुर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और सभ्य समाज में ऐसी घटना नहीं होना चाहिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाई होना चाहिए पर आश्चर्य की बात यह है कि विपक्ष शासित किसी प्रदेश में अगर इस तरह की घटना होती है तो यह कथित बुद्धिजीवी और विपक्ष के दलों को साँप क्यों सूँघ जाता है, न कोई बयान, न कोई प्रदर्शन, न ही कहीं कोई मोमबत्ती, यह दोहरी मानसिकता क्या अपराध में भी भेद करेगी?
नारी, नारी है, चाहे मणिपुर हो या राजस्थान या पश्चिम बंगाल। मणिपुर पर आप चर्चा करेंगे पर राजस्थान या पश्चिम बंगाल पर मौन धारण कर लेंगे, इससे सिद्ध हो रहा है कि नैतिकता का पैमाना अब समाप्त हो गया है। समय, काल, परिस्थिति और अपने लाभ हानि को देखते हुए लोग बात कर रहे हैं और निर्णय कर रहे हैं। वहीं समाज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। जरा इस बात पर विचार होना चाहिए कि विगत कई वर्षों से महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं पर जिम्मेदार एवं जवाबदार लोग इसे पक्ष और विपक्ष में बांट कर उस पर अपना पक्ष रखते हैं, चर्चा करते हैं, जो एक सभ्य समाज के लिए कलंक है। समाज को उठकर आगे आना चाहिए और किसी भी नारी पर अत्याचार न हो, इसके लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए और शासन प्रशासन को ऐसे आतताइयों और अत्याचारियों को कठोर दंड देना चाहिए जिससे अन्य अत्याचारियों को सबक मिले। जितना दोषी उस महिला पर अत्याचार करने वाला है उतना ही दंड उस व्यक्ति को भी मिलना चाहिए जो इस शर्मनाक और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डालता है। हमें इस पर विचार करना चाहिए कि हम किस युग में जी रहे हैं क्योंकि जिन्होंने यह घटना की है वह इसी धरती के वासी हैं। यह सोचने का विषय है जिस पर हमें विचार जरूर करना पड़ेगा कि हम उस देश के वासी हैं जहां माँ सरस्वती को विद्या की देवी के रूप में, माँ लक्ष्मी को धन, संपत्ति, वैभव, ऐश्वर्य की देवी के रूप में एवं माँ दुर्गा को शक्ति के रूप में पूजा जाता है।
(लेखक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं)

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